Updated: | Mon, 14 Jun 2021 07:10 PM (IST)
इंदौर, नईदुनिया प्रतिनिधि Indore News। होलकर परिवार के इतिहास से रूबरू होनेे के लिए पर्यटकों को थोड़ा ओर इंतजार करना होगा, क्योंकि रालामंडल अभयारण्य में बनने वाले म्यूजियम का काम अभी अधूरा है। म्यूजियम का उदघाटन होने से पहले वहां का साउंड सिस्टम बिगड़ गया है। लाकडाउन के दौरान म्यूजियम बंद होने के चलते सिस्टम की वायरिंग पूरी खराब हो गई। अब एजेंसी इसे सुधारने में लगी है। हालांकि जिम्मेदार इसे महीनेभर में ठीक करने का आश्वासन दे रहे हैं।
होलकर घराने के राजा-महाराजा और अहिल्याबाई का इतिहास को बताने के लिए वन विभाग ने शिकारगाह को म्यूजियम में तब्दील कर दिया है, जिसमें होलकरकालीन शस्त्र, कवच और शिकार की गई ट्रॉफी रखी है। यहां तक होलकर रियासत में रहे 14 राजाओं के बारे में भी बताया जाएगा। वन विभाग ने म्यूजियम में साउंड सिस्टम की व्यवस्था की है। ताकि जो पर्यटक इन्हें पढ़ नहीं सकता है। उनके लिए सुनने की सुविधा की गई है। हिंदी-अंग्रेजी में इतिहास बताया जाएगा। वाइस ओवर आर्टिस्ट की मदद से रिकॉर्डिंग हो चुकी है। फरवरी-मार्च में म्यूजियम के साउंड सिस्टम का काम पूरा हो चुका है। मगर लाकडाउन में शिकारगाह बंद रहने से वहां चूहों ने वायरिंग को कतर दिया। फिलहाल एजेंसी को वापस बुलाकर काम करवाया जा रहा है।
40 लाख हुए खर्च
2016 में तत्कालीन अधीक्षक अशोक खर्राटे ने म्यूजियम बनाने का प्रस्ताव दिया, जिसमें होलकरवंश से जुड़े परिवारों से संपर्क किया। उन्हें युद्ध में इस्तेमाल होने वाले शस्त्रों को दान के लिए प्रेरित किया। कई परिवार राजी हुए। 2017 से शिकारगाह की मरम्मत की गई। सौ साल से पुरानी शिकारगाह की इमारत होने से पुरातत्व विभाग से कायाकल्प करवाया गया। सालभर के भीतर दिसंबर 2018 में काम पूरा हुआ। फिर यहां बिजली सप्लाय नहीं होने से म्यूजियम का उद्घाटन टालना पड़ा। नवंबर 2020 में म्यूजियम को लेकर बैठक बुलाई थी, जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों ने वहां रखे शस्त्र के बारे में होलकरवंश का डिसप्ले बोर्ड पर इतिहास बताने का कहा। म्यूजियम में साउंड सिस्टम तैयार कर रही है। लगभग 40 लाख रूपए अभी तक खर्च हो चुके है।
जीवाश्म केंद्र में भी लगेंगा सिस्टम
म्यूजियम की तरह जीवाश्म केंद्र में भी साउंड सिस्टम लग रहा है। इन दिनों एजेंसी यहां दो साउंड सिस्टम लगाने जा रही है। केंद्र की मरम्मत का भी काम किया जा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक पंद्रह दिनों में केंद्र को नया रूप दिया जाएगा।
उद्घाटन से पहले तय करेंगे दरें
लाकडाउन के दौरान म्यूजियम बंद था। कुछ स्थानों पर वायरिंग कट गई है। अभी एजेंसी ठीक करने में लगी है। जल्द ही काम पूरा कर लिया जाएगा। उसके बाद उदघाटन किया जा सकता है। इसके लिए विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा करेंगे। हालांकि अभी म्यूजियम की दरें भी तय करना है।
– दिनेश वास्कले, एसडीओ, रालामंडल
Posted By: Sameer Deshpande
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