पटनाएक घंटा पहले
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नेपाल भेजी गई राहत सामग्री।
बाढ़ सिर्फ सिर्फ बिहार या देश के अंदर ही नहीं है। नदियों में आई बाढ़ की मार हमारा पड़ोसी देश नेपाल भी झेल रहा है। वहां के लोग भी बाढ़ की वजह से काफी परेशान हैं। नेपाल के बाढ़ प्रभावित इलाके के लोगों को भी अपने घरों को छोड़कर दूसरा ठिकाने तलाशने पड़ रहे हैं या राहत कैम्प में शरण लेना पड़ रहा है। हालांकि, वहां उपलब्ध कराई जा रही सुविधाएं कम पड़ रही हैं।

नेपाल भेजी गई राहत सामग्री।
28 ट्रक सामान भेजा गया
वहां की समस्याओं को देखते हुए ऐसे में भारत ने अपने कदम बढ़ाए। नेपाल के साथ अपनी दोस्ती निभाई है। अपने मित्रवत संबंधों को और मजबूत करने की कोशिश की है। दरअसल, शुक्रवार को पटना से नेपाल के लिए 28 ट्रक बाढ़ राहत सामान भेजे गए हैं। इन ट्रकों के जरिए फैमिली रिज टेंट, प्लासिटक सीट, सिंथेटिक स्लीपिंग मैट सहित दूसरे जरूरी सामान भेजे गए हैं। ट्रकों के जरिए सामान भेजने की पूरी प्रक्रिया पटना के बिहटा स्थित NDRF की 9वीं बटालियन ने किया।
दोनों देशों की मित्रता मजबूत होगी
इसके लिए केंद्र सरकार की तरफ से पहल की गई थी। सरकार से मिले निर्देशों में आधार पर ही इस काम को आज अंजाम दिया गया। NDRF का मानना है कि केंद्र सरकार के इस कदम से भारत व नेपाल की मित्रता और प्रगाढ़ होगी। 9वीं बटालियन के कमांडेंट विजय सिन्हा ने हरी झंडी दिखाकर सभी ट्रकों को पटना से नेपाल के लिए रवाना किया। कमांडेंट के अनुसार सभी ट्रकों में लोड राहत के सारे सामान आज ही नेपाल को सौंपा दिए जाएंगे। इस राहत समाग्री को भारत-नेपाल सहयोग के बैनर तले नेपाल भेजा गया है।
जनता के लिए भेजी गई राहत सामग्री
नेपाल हमारा हमेशा से मित्र राष्ट्र रहा है। वर्तमान में बाढ़ से प्रभावित नेपाल को सहायता पहुंचाने और मुश्किल समय में नेपाल के साथ दृढ़ता के साथ खड़े रहने जरूरत है। अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाने के लिए यह राहत सामग्री नेपाल की जनता के लिए भेजी गई है। जिसे भारत-नेपाल सीमा पर रक्सौल में आज नेपाल को सौंप दी जाएगी। जिसमें कुल 12 हजार बाढ़ राहत समाग्री भेजी गई है।