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- Former UP CM Kalyan Singh Passes Away LIVE: CM Yogi Adityanath Arrives At PGI To Pay Last Respects To Kalyan Singh President And PM Modi Pay Tribute
लखनऊ3 मिनट पहले
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कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह (बाबू जी) नहीं रहे। उन्होंने 89 साल की उम्र में लखनऊ के SGPGI में आखिरी सांस ली। कल्याण सिंह 48 दिनों से अस्पताल में भर्ती थे। सीएम योगी ने तीन दिन का राजकीय शोक घोषित कर दिया। सोमवार को प्रदेश के सभी सरकारी कार्यालयों में अवकाश रहेगा। सोमवार को ही अलीगढ़ में कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार होगा।
अभी उनका पार्थिव शव लखनऊ स्थित उनके आवास पर लाया गया है। सुबह उनके आवास पर लोग अंतिम दर्शन करेंगे। इसके बाद उनका पार्थिव शरीर विधानभवन और फिर BJP कार्यालय में ले जाया जाएगा। जहां, पार्टी के नेता और कार्यकर्ता उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। सीएम ने प्रदेश में तीन दिनों के लिए राजकीय शोक की घोषणा भी की।
कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन का कार्यक्रम
- रविवार सुबह 9 से 11 बजे तक लखनऊ स्थित आवास पर पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन।
- 11 बजे से 1 बजे तक विधानमंडल में अंतिम दर्शन।
- करीब दोपहर 1 से 3 बजे तक पार्टी कार्यालय में अंतिम दर्शन।
- देर शाम एयर एंबुलेंस से पार्थिव शरीर अलीगढ़ ले जाया जाएगा। रात भर पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा।
- 23 अगस्त यानी सोमवार सुबह 10 बजे अंतिम संस्कार होगा।

कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर उनके आवास पर लाया गया। उनकी पत्नी और परिवार के अन्य सदस्य भावुक हो गए।
राष्ट्रपति, पीएम मोदी, सीएम योगी ने जताया शोक

कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि देते डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य।
कल्याण सिंह के निधन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने लिखा, दुख की इस घड़ी में मेरे पास शब्द नहीं हैं। कल्याण सिंह जी…राजनेता, अनुभवी प्रशासक, जमीनी स्तर के नेता और महान इंसान थे। वो जमीन से जुड़े बड़े राजनेता और कुशल प्रशासक होने के साथ-साथ एक महान व्यक्तित्व के स्वामी थे। उत्तर प्रदेश के विकास में उनका योगदान अमिट है। शोक की इस घड़ी में उनके परिजनों और समर्थकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। ओम शांति!
आगे पीएम ने कहा कि भारत की सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध करने में कल्याण सिंह जी ने अहम भूमिका निभाई। देश की हर पीढ़ी इसके लिए उनकी आभारी रहेगी। भारतीय मूल्यों में वे रचे-बसे थे और अपनी सदियों पुरानी परंपरा को लेकर उन्हें गर्व था। कल्याण सिंह जी समाज के कमजोर और वंचित वर्ग के करोड़ों लोगों की आवाज थे। उन्होंने किसानों, युवाओं और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए अनगिनत प्रयास किए। उनका समर्पण और सेवाभाव लोगों को हमेशा प्रेरित करता रहेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘हम सब के लिए यह दुखद समाचार है। कल्याण सिंह जी हमारे बीच नही रहे। पिछले दो माह से वो अस्वस्थ थे। उपचार चल रहा था। आज करीब सवा 9 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उन्होंने शासन में अपने कार्यकाल के दौरान जो निर्णय लिए वो आज भी मानक बने हैं। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के आंदोलन के लिए यदि सत्ता छोड़नी पड़ी तो उन्होंने तत्काल पद से इस्तीफा दिया। कल्याण सिंह जी का जाना ना सिर्फ समाज के लिए बल्कि भारतीय जनता पार्टी के लिए भी एक अपूरणीय क्षति है।’
कैबिनेट बैठक बुलाई गई, पास होगा शोक प्रस्ताव
मुख्यमंत्री ने कहा,’सुबह हमारी कैबिनेट की बैठक होगी। इसमें शोक प्रस्ताव पारित होगा और प्रदेश में अगले 3 दिन तक राजकीय शोक होगा। उनका अंतिम संस्कार अलीगढ़ में होगा। इससे पहले रविवार को उनका पार्थिव शरीर उनके आवास से विधानभवन और फिर BJP कार्यालय में अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। रात को उनका पार्थिव शरीर अलीगढ़ ले जाया जाएगा। जहां स्टेडियम में में जनता दर्शन हेतु रखा जाएगा।इसके बाद नरौरा गंगा घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

लखनऊ स्थित आवास पर लाया गया कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर। रोते-बिलखते परिजन।
LIVE UPDATES
- समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने विनम्र श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि कल्याण सिंह जी का निधन हृदय विदारक! दिवंगत आत्मा को शांति एवं शोक संतप्त परिवार को दुख सहने की शक्ति दे भगवान।
- बसपा सुप्रीमों मायावती ने ट्वीट कर कल्याण सिंह के निधन पर दु:ख व्यक्त किया। लिखा, ‘भाजपा के कद्दावर नेता व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राजस्थान के पूर्व राज्यपाल रहे श्री कल्याण सिंह के निधन की खबर अति-दुःखद। उनके परिवार व समर्थकों आदि के प्रति मेरी गहरी संवेदना। कुदरत उन सबको इस दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करे।’
- डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि कल्याण सिंह एक ऊर्जावान जनसेवक थे। उनके निधन से देश व प्रदेश को बहुत बड़ी राजनीतिक क्षति हुई है, जिसकी पूर्ति करना बहुत मुश्किल है। उनकी निर्णय क्षमता ,उनका कुशल नेतृत्व देश हमेशा याद रखेगा। उन्होंने समाज सेवा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाई है। वह आदर्शवादी व राष्ट्रवादी राजनीतिज्ञ थे। वह एक अच्छे वक्ता व कुशल प्रशासक थे। आगे डिप्टी सीएम ने कहा कि वह जीवन पर्यन्त गरीबों, दलितों, शोषितो गरीबों की सेवा लगे रहे।
- भाजपा वरिष्ठ नेता उमा भारती ने कहा कि कल्याण सिंह जी का निधन भारत की राजनीति की अपूर्णीय क्षति है। वह पिछड़े वर्गों के हमारे देश के ऐसे क़द्दावर नेता थे जो सर्वजन समाज के भी नेता थे। उन्होंने अपनी राजनीति के लिए चापलूसी एवं साजिश का नहीं बल्कि सिद्धांत और साहस का रास्ता चुना। नेता बनाए नहीं जाते, उनका उद्भव होता है।
- डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कल्याण सिंह के निधन पर दु:ख जताते हुए कहा कि मुझे उनके साथ काम करने का सौभाग्य मिला। ऐसे नेता को खोकर बहुत दुखी हूं। कल्याण सिंह एक सच्चे रामभक्त थे। सत्ता छोड़ दी लेकिन राम भक्तों पर गोली नही चलवाई।
- मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने कहा कि कल्याण सिंह के रूप में आज राष्ट्र ने अपने एक अनमोल लाल को खो दिया। राष्ट्र एवं श्रीराम की सेवा के पुनीत कार्यों के लिए आप याद किए जाएंगे। प्रभु श्री राम अपने श्रीचरणों में स्थान और परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति दें। ॐ शांति!
- भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि रामलला के सच्चे सेवक, पूर्व राज्यपाल एवं प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हमारे अभिवावक कल्याण सिंह ‘बाबूजी’ हमारे बीच नहीं रहे। उनका जाना एक युग के अंत होने जैसा है। बाबू जी जैसा महान व्यक्तित्व का निधन, पार्टी ही नहीं अपितु पूरे राष्ट्र के लिए अपूरणीय क्षति है। राज्य के गरीब दलित शोषित सबकी चिंता करते थे। हिंदुओं को आगे लेकर चलने वाले नेता थे, एक अच्छे शासक थे।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर शोक जताया।
विनय कटियार बोले- मेरा बड़ा भाई चला गया
भाजपा नेता और पूर्व सांसद विनय कटियार ने कल्याण सिंह के निधन पर शोक व्यक्त की। बोले कि हमारे बड़े भाई चले गए। वो ठीक हो रहे थे। मेरा हाथ पकड़ लिया था। बहुत देर तक हाथ पकड़े गए। संकेत में वह कुछ कहना चाह रहे थे, लेकिन समझ में नहीं आया। हमारे लिए व्यक्तिगत क्षति है। कटियार ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद वह अयोध्या जाना चाहते थे, लेकिन उन्हें संगठन की तरफ से रोक दिया गया। उनको अयोध्या नहीं पहुंचने दिया गया।