दिल्ली के आदर्श नगर इलाके में होटल कारोबारी ने समझौता नहीं करने पर चार अक्टूबर को एक आरटीआई एक्टिविस्ट का अपहरण कर लिया। हालांकि, पुलिस ने महज 48 घंटे के भीतर ही युवक को छुड़ाते हुए गुरुवार को होटल कारोबारी को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल कारोबारी के तीन साथियों की तलाश की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, अक्षय मनचंदा परिवार सहित केवल पार्क इलाके में रहता है। उसने आदर्श नगर इलाके में नियमों का उल्लंघन कर चल रहे कुछ होटलों के खिलाफ आरटीआई लगाई थी। ऐसे ही दो होटल कारोबारी देव और सुंदर पंडित ने उसे चार अक्टूबर को बातचीत करने के लिए आजादपुर स्थित ढाबे के पास बुलाया था।
भाई-साले और दोस्त के साथ रची साजिश
जांच के अनुसार, देव ने अपने भाई सुमित, साले अमित और दोस्त सागर के साथ मिलकर अक्षय मनचंदा के अपहरण की साजिश रची। जब तीनों बात कर रहे थे तभी कार में सवार दो लोग आए और अक्षय को जबरन ले गए। खुद को निर्दोष साबित करने के लिए देव और सुंदर आदर्श नगर थाने पहुंचे तो अपहरण की कहानी बता दी। इस बीच, जब देर रात तक अक्षय घर नहीं पहुंचा तो उसकी मां शशि ने पुलिस को पीसीआर कॉल कर घटना की सूचना दी।
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डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि अक्षय की मां की शिकायत पर अपहरण की धारा में एफआईआर दर्ज कर ली गई। साथ ही देव से पूछताछ शुरू हुई। साथ ही सीसीटीवी कैमरे की फुटेज से कार का नंबर मिला, लेकिन जांच में वह भी फर्जी पाया गया। देव ने पहले तो पुलिस को बरगलाया, लेकिन उसके फोन की जांच में मामला खुल गया। सख्ती से पूछताछ में उसने पूरी साजिश का खुलासा कर दिया। इस बीच, दबाव पड़ने पर अपहरणकर्ताओं ने अक्षय को रास्ते में ही छोड़ दिया।
पूछताछ में देव ने पुलिस को बताया कि अक्षय दबाव बना रहा था, इसलिए अपहरण कर पहले उसे पश्चिम विहार स्थित होटल में बंधक बनाकर रखा और फिर अलग-अलग होटलों में घुमाते रहे। पुलिस इन सब होटलों की सीसीटीवी फुटेज अपने कब्जे में लेकर जांच कर रही है।
जांच में सामने आया है कि आदर्श नगर इलाके में कई होटल नियमों का उल्लंघन कर अवैध गतिविधियों में लिप्त रहते हैं। फिलहाल पुलिस इन सब की जांच कर रही है।