8 नवंबर को भारत में दिखेगा चंद्र ग्रहण, 9 घंटे पहले शुरू हो जाएगा सूतक, दान-पुण्य के साथ ही मंत्र जप जरूर करें | Lunar eclipse will be seen in India on 8th November, Sutak will start 9 hours before lunar eclipse, chandra grahan

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एक घंटा पहले

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8 नवंबर 2022 को कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली है और इस दिन चंद्र ग्रहण होगा। ये ग्रहण भारत में दिखेगा, इस कारण इसका सूतक भी रहेगा। चंद्र ग्रहण का सूतक 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है। ग्रहण की शुरुआत भारतीय समय अनुसार दोपहर 2.41 बजे से होगी। शाम 6.20 बजे तक ग्रहण रहेगा। ग्रहण के समय दान-पुण्य करना चाहिए और अपने इष्ट देव के मंत्रों का जप करना चाहिए।

ये ग्रहण अमेरिका में पूर्ण चंद्र ग्रहण के रूप में दिखेगा। भारत के कुछ हिस्सों में पूर्ण और अधिकतर हिस्सों में आंशिक चंद्र ग्रहण दिखाई देगा। चंद्र उदय का समय अलग-अलग जगहों के हिसाब से अलग-अलग रहता है। ये ग्रहण चंद्र उदय के साथ ही दिखेगा। ग्रहण की शुरुआत भारत में दोपहर से होगी, उस समय यहां चंद्र नहीं दिखेगा, लेकिन जैसे-जैसे शाम होगी, सूर्य अस्त होगा और चंद्र उदय के साथ ही ग्रहण दिखने लगेगा।

उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. मनीष शर्मा के मुताबिक भारत में चंद्र ग्रहण के चंद्र उदय के साथ शाम 5.20 बजे से दिखने लगेगा। ये चंद्र ग्रहण मेष राशि में होगा। ग्रहण का सूतक ग्रहण लगने से 9 घंटे पहले यानी यानि की सुबह 8.20 बजे से शुरू होगा। सूतक शाम 6.20 बजे समाप्त होगा। अलग-अलग क्षेत्रों में चंद्र उदय का समय अलग-अलग रहता है, इस वजह से ग्रहण का सूतक का समय भी अलग-अलग रहेगा।

दीपावली पर हो चुका है सूर्य ग्रहण

चंद्र ग्रहण से पहले दीपावली के अगले दिन यानी 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण हो चुका है। ये ग्रहण भी भारत में दिखा था। इस तरह दो ग्रहण एक साथ भारत में दिखने से इनका गहरा असर होगा। आचार्य वराहमिहिर की बृहत्संहिता के अनुसार जब एक साथ दो ग्रहण होते हैं और दोनों एक देश में दिखाई देते हैं तो सेना की हलचल में बढ़ोतरी होती है। जहां-जहां दोनों ग्रहण दिखते हैं, वहां सरकारों को दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

मेष राशि में लगेगा चंद्र ग्रहण

ये ग्रहण मेष राशि में लगेगा। जहां ये ग्रहण दिखता है, वहीं इसकी मान्यता रहती है। इस ग्रहण का सूतक, स्नान-दान भारत में मान्य रहेगा। बृहत्संहिता राहुचाराध्याय में लिखा है कि जब मेष राशि में चंद्र ग्रहण होता है, तब अधिकतर लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इस ग्रहण के समय बुध-शुक्र की दृष्टि चंद्र पर रहेगी। घी, शहद, तेल का मूल्य बढ़ सकता है। सरकारों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। शुक्र ग्रह की वजह से घर-परिवार में क्लेश हो सकता है।

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