2 घंटे पहले
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30 अक्टूबर को मंगल मिथुन राशि में वक्री हो जाएगा और 13 जनवरी 2023 तक रहेगा। इस बीच ये वृष राशि में चला जाएगा। ऊर्जा, उत्साह, हिम्मत, और जोश बढ़ाने वाला ये ग्रह जब वक्री होगा तो वृष, मिथुन, कन्या, तुला, वृश्चिक और कुंभ राशि वालों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इनके अलावा अन्य राशि वालों के लिए समय अच्छा रहेगा। मंगल के वक्री होने यानी चाल टेढ़ी होने से देश में दुर्घटनाएं, आगजनी, आतंक और तनाव फैलता है।
मंगल से बढ़ती है ऊर्जा लेकिन विवाद भी होते हैं
मंगल के कारण उत्साह बढ़ने लगता है। इस ग्रह से शारीरिक ऊर्जा भी बढ़ती है। ज्योतिष में मंगल को ऊर्जा का कारक ग्रह कहा गया है। इस ग्रह के कारण ही इंसान में किसी भी काम को करने की इच्छा पैदा होती है। मंगल का असर हथियार, औजार, सेना, पुलिस और आग से जुड़ी जगहों पर होता है।
इस ग्रह के अशुभ असर से गुस्सा बढ़ता है और विवाद होते हैं। इसलिए मंगल की चाल टेढ़ी होने से हर काम सोच-समझकर करना चाहिए। जल्दबाजी से बचना होगा। मंगल के अशुभ असर के कारण आम लोगों में गुस्सा और इच्छाएं बढ़ने लगती हैं। इच्छाएं पूरी नहीं होने पर लोग गलत कदम उठा लेते हैं। जिससे विवाद और दुर्घटनाएं होती हैं।
कुंभ सहित 6 राशि वालों को रहना होगा सावधान
13 जनवरी तक मंगल वक्री रहेगा। इस समय वृष, मिथुन, कन्या, तुला, वृश्चिक और कुंभ राशि वाले लोगों को सावधान रहना होगा। इनके कामकाज में रुकावटें आ सकती हैं। कामकाज में विवाद और तनाव बढ़ सकता है। चोट या दुर्घटना की भी आशंका है। गुस्से के कारण बने बनाए काम बिगड़ सकते हैं। वहीं, मेष, कर्क, सिंह, धनु, मकर और मीन राशि वाले लोग इस ग्रह के अशुभ प्रभाव से बचे रहेंगे।
वक्री यानी ग्रह का बहुत ही धीमी गति से चलना
किसी भी ग्रह की चाल धीरे-धीरे कम होती है। जब वो ग्रह धीमी गति से चलता है और एक समय ऐसी स्थिति आ जाती है कि पृथ्वी से उस ग्रह को देखने पर लगता है कि वो पीछे की ओर चल रहा है। इस स्थिति को ही ग्रह का वक्री होना कहा जाता है। ज्योतिष में ग्रह की ऐसी स्थिति का भी विशेष फल बताया गया है।
अशुभ असर से बचने के लिए पूजा-पाठ और दान
मंगल के अशुभ असर से बचने के लिए हनुमानजी की पूजा करनी चाहिए। लाल चंदन या सिंदूर का तिलक लगाना चाहिए। तांबे के बर्तन में गेहूं रखकर दान करने चाहिए। लाल कपड़ों का दान करें। मसूर की दाल का दान करें। शहद खाकर घर से निकलें।