समस्तीपुरएक घंटा पहले
महापर्व छठ को लेकर जहां लोग नदी और तालाब पर बड़ी संख्या में जुटते हैं। समस्तीपुर नगर निगम प्रशासन द्वारा शहर के बूढ़ी गंडक नदी की तो साफ सफाई कराई जा रही है लेकिन नगर निगम क्षेत्र में पड़ने वाले दर्जनभर पोखर पर निगम का ध्यान नहीं है। जबकि बड़ी संख्या में लोग पोखर पर भी महापर्व छठ मनाते हैं । निगम क्षेत्र में पड़ने वाले पोखर पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है
नगर निगम क्षेत्र में पहली बार शामिल हुए दुधपुरा बलभद्रपुर पोखर का हाल सबसे खराब है। वहां चारों ओर गंदगी और जंगल से पोखर का अस्तित्व मिटने के कगार पर है ।स्थानीय लोगों का कहना है कि अब तक निगम प्रशासन का कोई भी पदाधिकारी पोखर की साफ सफाई करने नहीं पहुंचा है

उधर शहर के धर्मपुर स्थित पोखर का भी हाल खराब है पोखर पर घाट तो बनाया गया है लेकिन घाटों पर कदली और कीचड़ के कारण स्थिति दयनीय बनी हुई है। फिसलन के कारण कोई भी व्रती गिरकर घायल हो सकता है।
निगम क्षेत्र में शामिल कोरबद्धा गांव के महादेव पोखर की भी स्थिति दयनीय है। यह पोखर काफी बड़ा है और यहां समस्तीपुर प्रखंड के अलावा उजियारपुर प्रखंड के लोग भी बड़ी संख्या में पर्व के लिए पहुंचते हैं छठ घाट पर चारों गंदगी का अंबार है। इस पोखर में बड़े पैमाने पर मछली पालन का भी कार्य होता है जिस कारण मछुआरों द्वारा जगह-जगह जाल लगाया गया है। जिससे चारों ओर गंदगी लगी हुई है। बनाए गए घाट पर भी गंदगी का अंबार है।
हालांकि नगर निगम के आयुक्त विभूति रंजन चौधरी ने बताया कि घाटों की सफाई के लिए जेई अरविंद कुमार को नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। प्रत्येक पोखरों की साफ सफाई के लिए अलग से पांच पांच मजदूरों की व्यवस्था की गई है स्थानीय लोगों की सूचना पर पोखर की सफाई कराई जा रही है। निगम क्षेत्र में अभी कुल कितने पोखर हैं यह भी जानकारी नहीं है।