सरायकेला2 घंटे पहले
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सरायकेला-खरसावां जिले में महापर्व छठ नहाय-खाय के साथ प्रारंभ हुई।
सरायकेला-खरसावां जिले में महापर्व छठ नहाय-खाय के साथ प्रारंभ हुई। मुख्यालय सरायकेला समेत जिले के सभी बाजारों में छठ को लेकर रौनक बढ़ गई है। छठ गीत से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया है। जिला मुख्यालय सरायकेला में खरकई नदी के तीन घाटों पर छठव्रती भगवान सूर्य को अर्घ्य देंगे। इसमें सबसे ज्यादा भीड़ जगन्नाथ मंदिर घाट पर होने की संभावना है। उपायुक्त अरवा राजकमल एवं पुलिस अधीक्षक आनंद प्रकाश ने शुक्रवार शाम को सरायकेला नगर क्षेत्र अवस्थित खरकई नदी के सभी घाटों का निरीक्षण कर छठ व्रतियों के लिए किए जा रहे प्रयासों का जायजा लिया।
उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक ने मौके पर अवस्थित नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी को और बेहतर ढंग से छठ घाटों की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है। शनिवार पंचमी को खरना तथा 30 अक्टूबर रविवार षष्ठी को डूबते सूर्य को अर्घ्य तथा 31 अक्टूबर सोमवार को उगते सूर्य को अर्घ्य के साथ छठ महापर्व का समापन होगा। सरायकेला एवं सीनी में छठ महापर्व की अंतिम तैयारियां युद्ध स्तर पर है। सीनी में रेलवे के पंपू तालाब, सीनी के राजा तालाब एवं मोहितपुर के नाला में मैं छठ पूजा का आयोजन किया जाता है। इधर विजय ग्राम स्थित राम बाबा आश्रम के पास संजय नदी घाट पर भी इन दिनों छठ पूजा का आयोजन होता है।
सभी छठ घाटों की साफ सफाई एवं घाट तक जाने के लिए रास्ता बनाया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को घाट तक जाने में कोई परेशानी या ना हो। सरायकेला में जहां नगर पंचायत के द्वारा छठ घाट की साफ-सफाई की जा रही है वहीं सीनी में छठ पूजा आयोजन समिति द्वारा सफाई एवं घाट का निर्माण किया जा रहा है। राम बाबा आश्रम के नीचे संजय नदी के छठ घाट को आश्रम के संचालक ब्रह्मचारी बाबा मृत्युंजय स्वयं अंतिम तैयारियां कर रहे हैं। छठ को लेकर सरायकेला एवं सीनी के बाजार में श्रद्धालु पूजा सामग्री की खरीदारी में जुट गए हैं।