रांची10 मिनट पहले
- कॉपी लिंक

संथाल परगना क्षेत्र में हुए 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में गिरफ्तार व रिम्स में इलाजरत पंकज मिश्रा से फोन पर बात करने वाले अफसरों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
संथाल परगना क्षेत्र में हुए 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में गिरफ्तार व रिम्स में इलाजरत पंकज मिश्रा से फोन पर बात करने वाले अफसरों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पंकज मिश्रा की बातचीत से संबंधित कुछ फोन नंबरों को भी ट्रैक किया है। ईडी का दावा है कि फोन ट्रैकिंग में पता चला है कि पंकज मिश्रा ने संथाल में स्थित अजय बराज प्रोजेक्ट से संबंधित टेंडर मैनेज करने के लिए बड़े अधिकारियों को कॉल किया था।
सूचना है कि पंकज मिश्रा टेंडर मैनेज करने के लिए कार्य विभाग के बड़े अधिकारी को बुलाकर एक कंपनी के पक्ष टेंडर देने का करने का दबाव बना रहा था। सभी फोन कॉल उस अवधि के हैं, जब से पंकज मिश्रा मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में न्यायिक हिरासत में है। इसके लिए वह अपने ड्राइवर का फोन का इस्तेमाल कर रहा था। ईडी ने दोनों ड्राइवर से भी गुरुवार को पूछताछ की थी। हालांकि दोनों चालकों से पूछताछ के बाद छोड़ दिया था।
ईडी ने रिम्स से मांगा पेइंग वार्ड का सीसीटीवी फुटेज
ईडी ने रिम्स से उस पेइंग वार्ड का सीसीटीवी फुटेज भी मांगा है, जहां पंकज मिश्रा इलाजरत है। ईडी जानना चाहती है कि उससे कौन-कौन लोग मिलते-जुलते थे। ईडी को सूचना है कि पंकज मिश्रा साहिबगंज के उपायुक्त, एसपी व जिला खनन पदाधिकारी से लगातार संपर्क में था। बताया जा रहा है कि ईडी इन अधिकारियों से पूछताछ के लिए जल्द समन कर सकती है।
पंकज के संपर्क में रहने वाले अफसरों से भी होगी पूछताछ
ईडी सूत्रों के अनुसार पंकज मिश्रा जिन अधिकारियों से संपर्क में था, अब उनसे पूछताछ हो सकती है। एक दिन पहले ईडी ने पंकज मिश्रा के दोनों ड्राइवरों चंदन यादव व सूरज पंडित को हिरासत में लिया था। दोनों पंकज मिश्रा की साहिबगंज के एक वरीय प्रशासनिक अधिकारी से अवैध तरीके से मोबाइल पर बात करा रहे थे, उसी वक्त ईडी ने उन्हें पकड़ा था।
वन विभाग के अफसर को भी व्हाट्सएप कॉल कर बुलाया था
वन विभाग के एक अधिकारी ने बताया है कि पंकज मिश्रा ने संथाल परगना के एक फॉरेस्ट ऑफिसर को भी बुलाया था। एक सप्ताह पूर्व उक्त फॉरेस्ट ऑफिसर को वाट्सएप कॉल भी किया था। पंकज मिश्रा अधिकारी पर एक व्यक्ति को पकड़वाने के लिए दबाव बना रहा था। वह चाहता था कि उक्त व्यक्ति को वन विभाग कानून के उल्लंघन में उसे पकड़ा जाए।