भारी बारिश की संभावना से इनकार
2018 के बाद अक्टूबर के अंतिम सप्ताह साईक्लोन का दिखेगा असर
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने बताया कि 2018 के बाद इस वर्ष अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में साईक्लोन का असर देखने को मिल रहा है। उन्होंने बताया कि थाईलैंड ने इस साईक्लोन का नाम ‘सितरंग’ दिया है। इसकी दिशा अभी तय की जा रही है, अभी इसके बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल की सीमा में केंद्रित रहने की संभावना जताई जा रही है।
पांच दिन में चार डिग्री गिरा रांची का पारा
मॉनसून की वापसी के साथ ही झारखंड में ठंड ने दस्तक दे दी है। इसके साथ ही रांची का पारा भी धीरे-धीरे गिरने लगा है। पिछले पांच दिन में रांची के न्यूनतम तापमान में 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गयी है। बारिश के बाद अधिकतम तापमान में भी गिरावट दर्ज होगी। अधिकतम और न्यूनतम तापमान का अंतर कम होने से ठंड का अहसास ज्यादा होने लगेगा। सुबह में कोहरे और धुंध का सामना कर रहा है। राज्य में अगले 5 दिनों के दौरान अधिकतम तापमान में कोई बड़े बदलाव की संभावना नहीं है।
4 महीने 2 दिन रहा मॉनसून
झारखंड में इस वर्ष 4 महीने 2 दिन मॉनसून रहा। 18 जून 2022 को झारखंड आये मॉनसून का 20 अक्टूबर को आधिकारिक रूप से विदाई हुई। इस दौरान राज्य में 910 मिलीमीटर बारिश हुई।
सूर्यग्रहण का नजारा देखने से वंचित रह सकते है झारखंड के लोग
चक्रवात बंगाल के रास्ते बांग्लादेश जा रहा है। इसका आंशिक असर झारखंड के दक्षिणी हिस्से, रांची, पश्चिमी सिंहभूम और पूर्वी सिंहभूम में देखने को मिलेगा। इन जिलों में 25 अक्टूबर को हल्की बारिश हो सकती है। इससे सूर्यग्रहण का नजारा देखने से लोग वंचित रह सकते हैं।