कराची: पाकिस्तान की जिम्बाब्वे के हाथों शर्मनाक हार के बाद पूर्व क्रिकेटरों ने ‘औसत मानसिकता’ और खराब टीम चयन के लिए टीम की आलोचना की है। पाकिस्तान अपने से कम रैंकिंग के जिम्बाब्वे के खिलाफ 130 रन का लक्ष्य भी हासिल नहीं कर पाया था। पाकिस्तान की टीम पहले मैच में भारत से हार गई थी और उसके लिए अब टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह बनाने की राह कठिन हो गई है। पाकिस्तान की एक रन से हार के बाद पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा, ‘बेहद शर्मनाक और निराशाजनक। सच्चाई यह है कि जिम्बाब्वे जैसी टीम को हराने के लिए भी आपको कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। हमारा चयन औसत रहा और हमारी मानसिकता औसत रही जिसके कारण पाकिस्तान क्रिकेट आज संकट में पड़ गया।’
भारत के खिलाफ भी बोल गए अख्तर
अपनी टीम के इस शर्मनाक प्रदर्शन के बाद शोएब अख्तर ने भारतीय टीम पर भी बड़ा बयान दिया। अख्तर की माने तो टीम इंडिया सेमीफाइनल से आगे नहीं जा पाएगी और जल्द ही स्वदेश लौट आएगी। शोएब बोले, ‘मैं पहले भी कह चुका था की पाकिस्तान जल्द आ जाएगा, और अगले हफ्ते भारत वापस आ जाएगा। वो (इंडिया) भी सेमीफाइनल खेल के वापस आ जाएगी। वो भी कोई तीस मार खान नहीं है।’
मोहसिन ने भी कही भद्दी बातें
पूर्व सलामी बल्लेबाज मोहसिन खान ने कहा, ‘क्या यही हमारी क्रिकेट है। हम जिम्बाब्वे जैसी कम रैंकिंग वाली टीम के खिलाफ 130 रन भी नहीं बना सकते। अगर यही हमारी बल्लेबाजी है तो फिर खुदा हमारी क्रिकेट की मदद करे। अपने जमाने के दिग्गज बल्लेबाज जावेद मियांदाद ने भी टीम के चयन पर सवाल उठाए। मियांदाद ने कहा, ‘जब आप अच्छे बल्लेबाजों को बाहर करके खराब प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को टीम में बनाए रखते हैं तो यही हाल होता है।’
भारत के खिलाफ भी बोल गए अख्तर
मोहसिन ने भी कही भद्दी बातें
पूर्व सलामी बल्लेबाज मोहसिन खान ने कहा, ‘क्या यही हमारी क्रिकेट है। हम जिम्बाब्वे जैसी कम रैंकिंग वाली टीम के खिलाफ 130 रन भी नहीं बना सकते। अगर यही हमारी बल्लेबाजी है तो फिर खुदा हमारी क्रिकेट की मदद करे। अपने जमाने के दिग्गज बल्लेबाज जावेद मियांदाद ने भी टीम के चयन पर सवाल उठाए। मियांदाद ने कहा, ‘जब आप अच्छे बल्लेबाजों को बाहर करके खराब प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को टीम में बनाए रखते हैं तो यही हाल होता है।’
सलमान ने उठाए कप्तानी पर सवाल
पूर्व कप्तान और सलामी बल्लेबाज सलमान बट ने भी टीम के प्रदर्शन की आलोचना की और बाबर आजम की कप्तानी पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, ‘ये खिलाड़ी ऑस्ट्रेलिया में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए पूरी तरह से सक्षम नहीं थे। जब मोहम्मद रिजवान और बाबर आजम नहीं चलते हैं तो हमारी मुश्किलें बढ़ जाती हैं। मैं हमेशा से कहता रहा हूं कि ऐसे खिलाड़ी को कप्तान ना बनाएं जो राष्ट्रीय टीम की तरफ से खेलते हुए कप्तानी के गुर सीखे। किसी को भी कप्तान तभी बनाना चाहिए जबकि आपको लगे उसके पास अन्य खिलाड़ियों का नेतृत्व करने के लिए नेतृत्व क्षमता है।’